मेक्सिको की उस साधारण सी लड़की को लोग बदसूरत बत्तख का चूजा कहते। चर्म रोग और डिस्लेक्सिया से ग्रसित वह लड़की ठीक से बोल नही पाती, अक्षरों और चित्रों के विन्यास को समझ नही पाती थी; एक बार अपना मानसिक संतुलन खो बैठी थी। उसे, फिर भी, अमेरिका जाना था; हाॅलीवुड की टाॅप एक्ट्रेस बनना था।
बीस वर्ष की उम्र मे उसने अंग्रेजी सीखना शुरू किया। बोलने पर मेक्सिकन जुबान साफ झलकती। मेक्सिको से आकर, अमेरिका के चकाचौंध मे दाखिल हुई तो स्वाभाविक है, सहमी हुई थी।
हालीवुड के एक प्रोड्यूसर ने उससे कहा, "तुम्हारा जन्म ही गलत देश मे हुआ है। वहां की लड़कियां हमारे यहां आया का काम करती हैं। मै अपनी फिल्मों मे तुमको नही ले सकता। तुम्हे मेक्सिकी अंदाज मे अंग्रेजी बोलता देख कर हमारे दर्शक कहेंगे, वे एक आया को पर्दे पर क्यों देख रहे हैं"।
उम्र मे कई साल बड़े डोनाल्ड ट्रम्प ने उसे अपनी गर्लफ्रेंड बनने का आफर दिया। यौन शोषण के लिये बदनाम हालीवुड के शहंशाह, हार्वे वान्सटाईन ने कई बार उससे साथ आपत्तिजनक व्यवहार किया। एक बार तो वे उसके कमरे मे घुस आये, और अपने साथ उसे नग्न होकर स्नान करने को कहा। उसने इन्कार कर दिया तो उसके कैरियर को तबाह करने मे अपनी सारी ताकत झोंक डाली। काफी हद तक सफल भी हुये। मगर वह शुरूआती दौर था।
वह सांपो से बहुत डरती थी। क्वेन्टिन टाराटिनो, उसके इस डर के बारे मे जानते थे। उन्होंने पहले ही शाॅट मे उसे अपने नग्न शरीर पर एक जीवित अजगर को लपेट कर नृत्य करने को कहा। उसने किया।
व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि क्विन्टिनो उसकी जिन्दगी मे ईश्वरीय दूत बन कर आये थे। उन्होंने उसे डर से रूबरू होना सिखाया।
55 हाल की वह 'लड़की', आज 200 मिलियन डालर की मालकिन है। कभी 56 बिलियन डालर का बिजनेस करती थी यानि 45 लाख करोड़ रूपये! हालीवुड के टाॅप प्रोड्यूसरों मे उसका शुमार होता था! एक साथी कलाकार ने कहा था, "अगर वह पुरुष होती तो उसकी हैसियत दस गुणा ज्यादा होती"।
सच है। शत् प्रतिशत सच है।
अमेरिका ही क्यूं, यह पृध्वी के हर हिस्से का सच है। मगर एक सच यह भी है स्त्री होना, या न होना, उसके बस मे नही था। मेक्सिकन होना या न होना भी उसके बस मे नही था। वह मेक्सिकन होना, या स्त्री होना, नही बदल सकती थी। महत्वपूर्ण यह है कि जो वह बदल सकती थी और उसने जिसे बदल दिया, वह है -- 'गलत' देश मे जन्मी एक लड़की जो लोगों को घर मे काम करने वाली आया लगती थी, जो डिस्लेक्सिया और एक्ने जैसे रोगों से पीड़ित थी,भयभीत थी। जिसका यौन शोषण हुआ, जिसे तोड़ने के लिये शक्तिमानों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी फिर भी वह, वह बनी जो आज वो है -- सलमा हायेक।
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